ये सुलहकुल की नगरी है, मदरसे में सीख रहे संस्कृत भाषा, गीतामृतम पढ़ रहे मुस्लिम बच्चे

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में फिरोज खान को संस्कृत का प्रोफेसर बनाने का विवाद भले ही सुर्खियों में हो, लेकिन सुलहकुल की नगरी के मदरसा मुईनुल इस्लाम में बच्चों को साढ़े तीन साल से संस्कृत पढ़ाई जा रही है। मदरसे के शिक्षक मुश्ताक हाशमी और शारिक मलिक बच्चों को संस्कृत के श्लोक कंठस्थ कराते हैं।


मदरसे के प्रिंसिपल मौलाना मोहम्मद उजैर आलम बताते हैं कि साढ़े तीन साल पहले मदरसे में कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को संस्कृत शिक्षा देने की शुरुआत की गई। इसके पीछे मकसद साफ है कि बच्चों को सभी भाषाओं की जानकारी होनी चाहिए। देव वाणी संस्कृत इससे अछूती कैसे रह सकती है।